बच गए तो सुकून से रह सकेंगे बाक़ी चार दिन बाद तो वैसे भी है मरना। बच गए तो सुकून से रह सकेंगे बाक़ी चार दिन बाद तो वैसे भी है मरना।
देखे जो सपने वो तलाश रहा हूँ, खुल के अपने लिये जी रहा हूँ। देखे जो सपने वो तलाश रहा हूँ, खुल के अपने लिये जी रहा हूँ।
जब प्यार में उसे धोका मिले तब बुरे आत्माओं का जन्म होता हैं। जब प्यार में उसे धोका मिले तब बुरे आत्माओं का जन्म होता हैं।
इस धरा पर अनगिनत पथ पर ना जाने कितने राही हैं। इस धरा पर अनगिनत पथ पर ना जाने कितने राही हैं।
मैं हूँ हिंदी, हिंदी है मुझमे रोम -रोम में , मन चितवन में प्राण-प्राण में, आभा के उपवन में मैं उसमे ... मैं हूँ हिंदी, हिंदी है मुझमे रोम -रोम में , मन चितवन में प्राण-प्राण में, आभा क...
इन आंखों का एक दूसरे को ढूंढ़ना तुम्हारा सरेआम नैन लड़ाना इन आंखों का एक दूसरे को ढूंढ़ना तुम्हारा सरेआम नैन लड़ाना